एआई आपका हर काम करने को तैयार है
Artificial Intelligence (एआई) में काफी विकास हुआ है। अब एआई हमारी जिंदगी को बेहतर बनाने में लगा हुआ है।
एआई कैंसर से संबंधित खोजों को गति प्रदान कर सकता है- अब तक कैंसर से संबंधित ढेरों शोध कार्य हो चुके हैं। इनमें से कुछ चुनिंदा शोध कार्यों को खोजना मुश्किल होता है। वैज्ञानिकों ने इस काम के लिए नया एआई सिस्टम विकसित किया है। यह सिस्टम को लॉयन एलबीडी कहा जाता है। इसे यूके में यूनिवर्सिटी ऑफ कैम्ब्रिज के रिसर्चर्स ने विकसित किया है। यह कैंसर शोध में मदद के लिए पहला लिटरेचर आधारित डिस्कवरी सिस्टम है।
एआई सिस्टम कार के विज्ञापन के लिए स्क्रिप्ट लिख सकता है पहली बार आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस सिस्टम द्वारा लिखी गई स्क्रिप्ट से एक विज्ञापन निर्देशित किया गया। फिल्मकार केविन मैकडॉनल्ड द्वारा लेक्सस ईएस एग्जीक्यूटिव सिडान के लिए 1 मिनट लंबा विज्ञापन निर्देशित किया गया। इसकी स्क्रिप्ट आईबीएम के वाटसन एआई सिस्टम द्वारा लिखी गई।
एआई फोटोग्राफ्स से जंगली जानवरों को पहचान सकता है वैज्ञानिकों ने ऐसा एआई सिस्टम विकसित किया है, जो कैमरा की फोटोग्राफ्स में से जंगली जानवरों की इमेज पहचान सकता है। इससे वन्य जीवन का अध्ययन आसान हुआ है। यूएस में यूनिवर्सिटी ऑफ व्योमिंग के रिसर्चर्स ने कम्प्यूटर मॉडल विकसित किया, जो हाई परफाॅर्मेंस कम्प्यूटर क्लस्टर से वन्य जीव प्रजातियों को पहचानता है।
एआई सिस्टम वाटर लीक्स खोजने में मदद करेगा
एआई टेक्नोलॉजी अब पाइप्स में छोटे लीक्स को खोज सकती है। इस टेक्नोलॉजी से म्यूनिसिपल सिस्टम्स पानी के नुकसान को रोक सकते हैं। यह सिस्टम कनाडा में यूनिवर्सिटी ऑफ वाटरलू के शोधकर्ताओं द्वारा डिजाइन किया गया है। इसमें एआई सॉफ्टवेयर और सोफिस्टिकेटेड सिग्नल प्रोसेसिंग टेक्नीक्स से वाटर पाइप्स में साउंड वेब्स से लीक्स का पता लगाया जाता है।
एआई आपके टॉयलेट्स को स्कैन कर सकता है एक कंपनी ऐसी टेक्नोलॉजी लेकर आई है जो टॉयलेट को स्मार्टर बना देगी। माइक्रोन टेक्नोलॉजी एक स्मार्ट चिप पर काम कर रही है। यह भविष्य के टॉयलेट्स को आर्टिफिशियली इंटेलीजेंट बना देगी और ह्यूमन वेस्ट को डायग्नोस कर सकेगी। यह रियल टाइम में रोज ह्यूमन वेस्ट का विश्लेषण करेगी।
एआई आपके खर्चों की रिपोर्ट में झूठ पकड़ सकेगा आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस एल्गारिद्म कुछ सेकंड्स में ही धोखाधड़ी युक्त खर्चो और जाली रसीदों को पकड़ सकेगा। आमतौर पर ह्यूमन ऑडिटर्स इन्हें पकड़ नहीं पाते हैं। एआई अकाउंटिंग स्टार्टअप एपजेन पहले ही कुछ बड़ी कंपनियों जैसे अमेजॉन, सेल्सफोर्स और काॅमकास्ट के साथ साइनअप कर चुका है।