Look at the year 2038 problem
वैज्ञानिकों के अनुसार यदि समय रहते ईयर 2038 प्रॉब्लम का हल नहीं खोजा गया तो दुनिया भर के सभी अनकाॅम्पिटिबल कंप्यूटर्स, गैजेट्स और इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस डिसेबल हो जाएंगे। इससे बचने के लिए डिवाइसेज को 64-बिट कैपेबल बनाएं।
आखिर क्या है ईयर 2038 प्रॉब्लम?
क्या आपको Y2K याद है? जी हां, एक बार फिर यही समस्या नए रूप में सामने आने वाली है और इस बार ज्यादा त्रासदीकारक और ज्यादा भयावह होगी। इस बार इसे ईयर 2038 प्रॉब्लम कहां जा रहा है। इस समस्या को ईयर 2038 प्रॉब्लम इसलिए कहा जा रहा है क्योंकि यह समस्या 19 जनवरी 2038 को दुनिया भर के सभी अनकाॅम्पिटिबल कम्प्यूटर्स, गैजेट्स और इलेक्ट्रॉनिक डिवाइसेज को डिसेबल कर देगी। बड़ी बात है कि यह एक ऐसी समस्या है जिसका अभी तक कोई स्थाई समाधान नहीं खोजा जा सका है।
तकनीक लाइफ में घुस गई है
वर्ष 2000 से पहले पूरी दुनिया इसी बात से आशंकित थी की वर्ष 2000 शूरू होते ही दुनिया के सारे कम्प्यूटर बंद हो जाएंगे। कहीं कोई काम नहीं होगा, सभी ऑटोमैटिक और कम्प्यूटराइज्ड सिस्टम बंद पड़ जाएंगे। हालांकि ऐसा नहीं हुआ, समय रहते इस समस्या का समाधान खोज लिया गया और आज 19 वर्षों बाद भी दुनियाभर के कम्प्यूटर न केवल चल रहे हैं, बल्कि पहले से ज्यादा स्मार्ट और यूजर फ्रेंडली बन चुके हैं, यहां तक कि तकनीक हमारी लाइफ में बहुत अंदर तक घुस गई है। आजकल हम सभी काम कंप्यूटर पर ही कर रहे हैं और इसलिए आप देखते होंगे कि सभी जगह कंप्यूटर का इस्तेमाल बड़ी तेजी से हो रहा है।
हो सकती है परेशानी
इस समस्या के चलते कम्प्यूटर्स, स्मार्टफोन तथा गैजेट्स सबसे ज्यादा प्रभावित होंगे। उन पर पुराने फाइल्स ओपन करना लगभग असंभव हो जाएगा। पहले से मौजूद डेटाबेस पर काम नहीं कर पाएंगे। कुछ खास प्रोग्रामिंग लैंग्वेज (जैसे सी, सी प्लस प्लस, वीबी) में बने प्रोग्राम इससे ज्यादा प्रभावित होंगे। जो भी सॉफ्टवेयर या एप इसमें बने होंगे वो सभी क्रैश हो जाएंगे। इसका अंजाम क्या होगा, यह अंदाजा लगा सकते हैं। आप कल्पना कर सकते हैं कि बंद स्मार्ट फोन या लैपटॉप से कितना काम कर पाएंगे और काम ठप हो जाएगा।
समस्या से प्रभावित होने वाले डिवाइस
इस समस्या से सबसे ज्यादा प्रभावित होने वाले डिवाइसेज हैं-
- एंड्राइड गैजेट्स (स्मार्टफोन, टैब्स, स्मार्ट टीवी आदि)
- एप्पल की सभी डिवाइसेज (स्मार्ट फोन, टैब्स, स्मार्ट टीवी आदि)
- सभी माइक्रोचिप्स (जो रोबोटिक्स या इंटरनेट ऑफ थिंग्स में काम आती हैं)
- राॅस्पबेरी सर्किट्स आधारित (लो बजट कम्प्यूटिंग के लिए काम आने वाली) डिवाइसेज
- सुपर कम्प्यूटर्स
- लाइनेक्स ऑपरेटिंग सिस्टम पर चलने वाली डिवाइसेज
- पुराने कोबोल सिस्टम्स जो अभी तक अपडेट नहीं किए गए हैं। इनमें मिलिट्री सिस्टम्स, इमरजेंसी सिस्टम्स तथा मॉनिटरिंग सिस्टम भी शामिल है।
32 बिट ऑपरेटिंग सिस्टम्स वाले कम्प्यूटर्स होंगे प्रभावित
यह समस्या दरअसल ऑपरेटिंग सिस्टम में टाइम स्टॉम्प के लिए प्रयोग किए जा रहे आर्किटेक्चर को लेकर हो रही है। इस वक्त जितने भी 32 बिट ऑपरेटिंग सिस्टम्स वाले कंप्यूटर्स है, वह इससे प्रभावित होंगे।
अभी वाले सिस्टम सिर्फ 2038 तक रहेंगे एक्टिव
एक्सपट्र्रर्स के अनुसार कुछ वर्षों पहले तक जो ऑपरेटिंग सिस्टम्स बने, वह केवल 19 जनवरी 2038 तक ही काम कर पाएंगे। इसके बाद उनमें तारीख बदलकर नेगेटिव हो जाएगी और कंप्यूटर ऑटोमैटिकली बैकडेट अडॉप्ट कर 19 जनवरी 2038 के बजाय 13 दिसंबर 1901 दिखाने लगेगा। कम्प्यूटर्स के बैकडेट में जाते ही सभी प्रोग्राम्स बंद हो जाएंगे, सारा ऑटोमेशन प्रोसेस ठप पड़ जाएगा और जो कुछ भी हम आज देख रहे हैं वह सभी इलेक्ट्रॉनिक मशीनों का ढांचा रह जाएगा। इसी को Year 2038 Problem कहा जा रहा है। सबसे बड़ा डर यह है कि 2038 के बाद क्या होगा।
विंडोस कम्प्यूटर होंगे प्रभावित
माइक्रोसॉफ्ट के अनुसार विंडोज के 64 बिट वर्जन में इस समस्या का समाधान कर दिया गया है, बशर्ते आप पुराने 32 बिट वाले प्रोग्राम को काम में नहीं ले रहे हों तो। माइक्रोसॉफ्ट के इंजीनियर्स के अनुसार लेटेस्ट विंडो सिस्टम में अगले 30,827 वर्षों तक ऐसी कोई भी समस्या नहीं आएगी। आप निश्चित होकर नए विंडोज लैपटॉप्स, सिस्टम्स तथा गैजेटेस पर काम कर सकते हैं, लेकिन अपने डिवाइसेज में विंडोज एक्सपी पर चलने वाले सॉफ्टवेयर 32 बिट सपोर्ट करने वाले किसी भी सॉफ्टवेयर को इंस्टॉल करने से बचें। यही एकमात्र समाधान होगा।
एप्पल और लाइनेक्स में हो चुका है समाधान
अगर आईओएस 10.6 या इससे पुराने वर्जन काम में ले रहे हैं तो निश्चित रूप से यह समस्या परेशान करेगी, जबकि लेटेस्ट वाले वर्जन्स में इस तरह की कोई भी समस्या नहीं आने वाली। अगर आप लाइनेक्स आधारित ऑपरेटिंग सिस्टम या सॉफ्टवेयर काम में ले रहे हैं तो आराम से रहें। सभी लेटे्स्ट सॉफ्टवेयर्स में इस समस्या का निराकरण कर दिया गया है। जैसे-जैसे लाइनेक्स की कर्नल अपडेट हो रही है, उसके सभी इश्यूज खत्म हो रहे हैं। वर्तमान में जारी हुई कर्नल 4.15 में काफी हद तक इस समस्या का निराकरण कर दिया गया है। अभी भी कुछ इश्यूज हैं जिन्हें अगले कुछ महीनों में सुलझा लिया जाएगा।
वर्तमान में क्या है समाधान
इस समस्या का एकमात्र समाधान यही है कि आप अपने डिवाइसेज (खासतौर पर लैपटॉप्स, कम्प्यूटर्स आदि) पर 64 बिट ऑपरेटिंग सिस्टम और सॉफ्टवेयर इंस्टॉल करें। इसके अलावा समय पर आने वाले अपडेट्स को इंस्टॉल करते रहें। खास तौर पर अगर आप विंडोज या एप्पल ऑपरेटिंग सिस्टम काम में ले रहे हैं तो आने वाले सभी अपडेट्स को इंस्टॉल करें।
सावधान रहने की जरूरत
अगर आप सी, सी प्लस प्लस या विजुअल बेसिक काम में ले रहे हैं तो सावधानी रहें। विजुअल बेसिक 8 में इस समस्या का निराकरण कर दिया गया है, विजुअल बेसिक 7 या उससे पुराने वर्जन पर बनने वाले प्रोग्राम में यह दिक्कत आएगी। कंपनी के ब्लॉक year 2038 problemपर भी जा सकते हैं।
यह है स्थाई समाधान
इस समस्या के समाधान के लिए इंजीनियर ऑपरेटिंग सिस्टम्स और सॉफ्टवेयर्स अपडेट कर रहे हैं। इसके तहत सभी को 64 बिट कैपेबल बनाया जाएगा। 64 बिट इनेबल होने के बाद नए प्रोग्राम 300000 वर्षों तक का टाइम शो करने की कैपेसिटी हासिल कर पाएंगे। अपडेट होने के बाद इलेक्ट्रॉनिक डिवाइसेज में अगले 300000 वर्षों तक ऐसी समस्या नहीं आएगी।
Read More 👇
Best Gadgets For Your Help In 2019
Online Audio Editor Free To Use
Like!! Thank you for publishing this awesome article.